यह पुस्तक नक्षत्रों पर एक उत्कृष्ट कृति है, यह एक पॉकेट बुक है, जिसमें प्रत्येक नक्षत्र के 10 प्रमुख गुणों का वर्णन किया गया हैं। नक्षत्रों की ये विशेषताएँ किसी...
K P Krishnamurthi Paddhati Nakshatra Phalit Jyotish कृष्णमूर्ति पद्धति नक्षत्र फलित ज्योतिष १. शारीरिक विशेषताए (शरीर पर चिन्ह, व्रण चिन्ह या तिल, दीर्घ आयु, छोटा, मध्यम एवं लम्बा जीवन , ...
Nakshtra Rahasya - Hindi नक्षत्रों का भी एक विचित्र संसार है जिन के साथ अनेकों कहानियां, किम्वदंतियां,धार्मिक/ आध्यात्मिक सोच और ज्ञान के भण्डार जुड़े हैं। नक्षत्र, वैदिक संस्कृति/ ज्योतिष का...
नक्षत्र विचार अपने को १२ राशियों में मत बांधिए ...........वैदिक ऋषियों की भांति अपने ज्ञान को २७ नक्षत्रो तक बढ़ाए .............. ये तो सभी जानते है कि आकाश की १२...
नक्षत्रों पर आधारित भविष्यवाणी का उद्गम वैदिक काल में हुआ था, तब इसे " वेदांत ज्योतिष" कहते थे I नक्षत्र शब्द संस्कृत से उतपन्न हुआ है एक विचार के अनुसार इसका अर्थ (नक्ष = प्रवेश ) + ( त्र = रक्षा करने वाला ) है I अत: कुल मिलाकर प्रत्येक नक्षत्र २८ देवताओ में से प्रत्येक का घर अथवा निवास होता है, जो नक्षत्रीय तथा सौर विकास की रक्षा तथा संचालन करते है I नक्षत्रों पर आधारित भविष्यवाणी का मुख्य आधार जन्म - नक्षत्र अथार्त जन्म के समय एक विशेष नक्षत्र में चन्द्रमा की स्थिति है I प्रस्तुत पुस्तक के आगे अध्ययन से पूर्व निम्नलिखित जानकारी/ आंकड़े उपलब्ध होना आवश्यक है-१. जिस वर्षे में जातक का जन्म हुआ है उस वर्ष का ज्योतिष पंचांग I२. जन्म स्थान के अक्षांश तथा रेखांश का निर्धारण करना I३. जातक के जन्म का ठीक समय, दिन, मास तथा वर्ष का निर्धारण यदि जन्म समय किसी देश के निर्धारित समय के अनुसार है तो अक्षांश के आधार पर जन्म का स्थानीय समय भी जानना आवयश्क है I स्थानीय समय निकालने का सूत्र इस प्रकार है : यदि मेरिडियन के पूर्व में स्थित स्थान पर जन्म हुआ है तोअक्षांश की प्रत्येक डिग्री पर उस देश के निर्धारित समय में ४ मिनट जोड़े और यदि जन्मस्थान मेरिडियन के पश्चिम में स्थित है तो अक्षांश की प्रत्येक डिग्री पर निर्धारित समय से ४ मिनट...
K P Krishnamurthi Paddhati Nakshatra Jyotish Janam Kundli Ka Nirman नक्षत्र ज्योतिष जन्म कुण्डली का निर्माण १. धरती माता २. पृथ्वी पर एक स्थान निर्धारित करना ३. आकाश ४.समय के...